चंडीगढ़: पंजाब को पर्यटन के वैश्विक नक्शे पर लाने के लिए रंजीत सागर झील को अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा। पंजाब के मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी ने नई दिल्ली में निवेशक सम्मेलन में प्राइवेट सेक्टर को निवेश का न्यौता दिया।
सम्मेलन में जहां रंजीत सागर झील को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया , वहीं पर्यटन स्थलों के तौर पर विकसित किए जाने की संभावना वाले कई अन्य प्रोजेक्ट भी प्रदर्शित किए गए। अन्य प्रोजेक्टों में कपूरथला में दरबार हाल और गोल कोठी, संगरूर में संगरूर कोठी, अमृतसर और मोहाली में कनवेंशन सेंटर, शाहपुर कंडी का किला आदि शामिल हैं।
हरियाली और पहाड़ियों से घिरी रंजीत सागर झील के साथ 74.76 एकड़ में फैली इस साइट में पर्यटन की बहुत संभावना है, क्योंकि यह डलहौजी के रास्ते में स्थित है और मशहूर पर्यटन स्थलों धर्मशाला, पालमपुर, चम्बा और वैष्णो देवी, कटड़ा के नजदीक है।
अनिरुद्ध तिवारी ने बताया कि पठानकोट की रंजीत सागर झील को सार्वजनिक निजी हिस्सेदारी (पीपीपी) के अंतर्गत अत्याधुनिक पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा, जिसके लिए राज्य सरकार ने पहले ही पर्यावरण की पड़ाव-1 संबंधी मंज़ूरी प्राप्त कर ली है।