नई दिल्ली। न्यूज़ डेस्क। हम आपको ऐसी डकैती के बारे में बताएंगे जिसमें न तो गोली चली और न ही कोई खींचतान हुई। दुनिया की सबसे बड़ी डकैती में कुछ निहत्थे लुटेरों ने बस एक पर्ची दिखाई और पूरा बैंक लूट लिया। खास बात यह कि सबसे बड़ी लूट में देश के राष्ट्रपति का बेटा शामिल था। साथ ही इस सबसे बड़ी बैंक डकैती का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज है।
दुनिया की सबसे बड़ी डकैती की घटना लगभग पांच घंटो तक जारी रही और लूटी गई रकम कई ट्रकों में भरकर ले जाई गई। बताया जाता है कि इस लूट में ट्रक कम पड़ गए थे लेकिन पैसा खत्म नहीं हुआ था, फिर बाकी पैसों को लुटेरे बैंक में ही छोड़कर आराम से चले गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बैंक की डकैती में करीब 1 बिलियन डॉलर यानी 7562 करोड़ से ज्यादा रूपये लूटे गए थे।
इस पर्ची को पढ़ते ही मैनेजर का गला सूख गया लेकिन सद्दाम हुसैन के खौफ के आगे उसका पसीना काफूर हो गया। थोड़ी ही देर में सारा पैसा बैंक के बाहर खड़े बड़े ट्रकों में लोड किया जाने लगा। पांच घंटे तक तीन बड़े ट्रकों में पैसा भरा गया, जिसके बाद भी बहुत सारा पैसा बाकी रह गया। इसके बाद वह लुटेरे रकम छोड़कर पांच लोग ट्रकों में बैठकर चले गए।
कुछ घंटों बाद बैंक अधिकारियों को पता चला कि सद्दाम हुसैन ने ऐसा कोई फरमान जारी नहीं किया था। ऐसे में एक बात तो साफ़ थी कि बैंक में डकैती डाली जा चुकी थी। थोड़े समय बाद जब पूछा गया कि पर्ची लेकर कौन आया था तो पता चला कि वह शख्स कोई और नहीं सद्दाम का बेटा क़ुसे हुसैन था।
कुछ दिनों बाद जब बैंक ने इस डकैती की रकम का खुलासा किया तो लोग दंग रह गए। इससे पहले कभी भी इतनी बड़ी रकम किसी बैंक से लूटी नहीं गई थी। वहीं बैंक लूटने के अंदाज को लेकर भी कई लोग हैरान थे कि बस एक पर्ची से लुटेरों ने इतनी बड़ी डकैती को अंजाम दिया था।
इस डकैती में न हथियार का इस्तेमाल किया गया और न ही कोई छीना-झपटी की गई। दिनदहाड़े देश के सबसे बड़े बैंक में पड़ी इतनी बड़ी डकैती से लोग सालों तक हैरान रहे थे। इसके अलावा बैंक डकैती में लूटी गई रकम को कभी बरामद भी नहीं किया जा सका।