नई दिल्ली : कृषि प्रधान प्रदेश में पंजाब में पुरुषों में धूम्रपान करने की दर में तेजी से गिरावट आई है। वहीं, धूम्रपान करने में महिलाओं में हलका उछाल दर्ज किया गया है, जो खतरे की निशानी है। हालांकि राहत की बात यह है कि हरियाणा और चंडीगढ़ के मुकाबले पंजाब में धूम्रपान करने वालों की संख्या काफी कम है।
पंजाब के पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डा. राकेश गुप्ता का कहना है कि ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे इंडिया 2020-21 की रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में 7.3 प्रतिशत लोग तंबाकू तथा तंबाकू उत्पादों सिगरेट, बीड़ी और हुक्का का सेवन करते हैं, जबकि हरियाणा में 19.7 प्रतिशत और चंडीगढ़ में 9.4 प्रतिशत लोग तंबाकू का सेवन करते हैं।
15 साल से ऊपर के आयु वर्ग के लोग तंबाकू व तंबाकू उत्पाद का सेवन करते हैं। युवाओं में हुक्का पीने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। हुक्के का एक सैशन लेकर लोग आधे घंटे में तीन डिब्बी सिगरेट पीने जितना धूम्रपान कर रहे हैं। एक सिगरेट व्यक्ति के जिंदगी के 15 मिनट खत्म कर देती है। इससे लोगों में ब्रेन स्ट्रोक, दिल की बीमारियां और कैंसर का खतरा बढ़ रहा है।