टांडा : सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल टांडा में यूनीसेफ डे मनाया गया। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को बेसहारा ओर आर्थिक तौर पर कमजोर लोगों की मदद करने के लिए जागरूक करना था। स्कूल प्रिंसिपल सतविंदर कौर नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम को दौरान स्टाफ तथा छात्रों जरूरतमंद लोगों की मदद करने का संदेश दिया। इस अवसर पर स्कूल डायरेक्टर इंदर कुमार साहनी ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रेंस फंड, यूनीसेफ) की स्थापना का आरंभिक उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध में नष्ट हुए राष्ट्रों के बच्चों को खाना और स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना था। इसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने 11 दिसंबर, 1946 को की थी। 1950 में यूनिसेफ के दायरे को विकासशील देशों में बच्चों और महिलाओं की दीर्घकालिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिये विस्तारित किया गया था। अब यह एचआईवी, पोषण संबंधी खुराक, आपातकालीन आश्रयों, परिवारों के पुनर्मिलन तथा बच्चों और माताओं के लिये टीके, एंटी-रेट्रोवायरल दवाओं जैसी आवश्यक वस्तुओं के वितरण के प्राथमिक बिंदु के रूप में कार्य करता है। डायरेक्टर साहनी ने छात्रों को आगे आकर इस क्षेत्र में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित किया।