पटियाला : पटियाला में शिवसेना बाल ठाकरे के खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के विरोध में कुछ गर्म ख्याली सिख युवकों ने भी मार्च निकाला। उन्होंने शिव सैनिकों को ‘बंदर सेना’ नाम देते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसी दौरान काली माता मंदिर में हिंदू और सिख संगठनों में भिड़ंत से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। उनके बीच पत्थरबाजी भी हुई। मौके को काबू करने के लिए एसएसपी ने पहुंचकर 15 राउंड हवाई फायर किए। इस दौरान एक हिंदू नेता और थाना त्रिपड़ी के एसएचओ कर्मवीर सिंह घायल हुए।
वहीं, सीएम भगवंत मान ने घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इलाके में शांति बहाल कर दी गई है। हम किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे। पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है।
आइजी पटियाला रेंज राकेश कुमार अग्रवाल ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। राकेश अग्रवाल ने कहा कि अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। फिलहाल शांति कायम हो गई है।
राकेश अग्रवाल से यह पूछे जाने पर कि कितने लोग घायल हुए हैं, उन्होंने कहा कि अभी उनका ध्यान शांति व्यवस्था कायम करने पर है। मौके पर डीसी साक्षी साहनी भी पहुंची। उन्होंने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
बता दें कि शिवसेना बालठाकरे के पंजाब कार्यकारी प्रधान हरिश सिंगला के नेतृत्व में आर्य समाज चौक से खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च मिकाला गया। शिव सैनिक खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए चल रहे थे। हरीश सिंगला ने कहा कि शिवसेना कभी भी पंजाब में खालिस्तान नहीं बनने देगी और ना ही किसी खालिस्तान काे नाम लेने देगी।
सिंगला ने कहा कि सिख फॉर जस्टिस के कन्वीनर गुरपतवंत पन्नू ने 29 अप्रैल को खालिस्तान का स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की है। इनको जवाब देने के लिए शिवसेना ने भी 29 अप्रैल को खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालने का ऐलान किया था। वहीं मार्च की सूचना मिलने पर भारी संख्या में खालिस्तान समर्थक पहुंच गए।