-लक्ष्मी नारायण की प्रेरणा से डा. अंकिता ने अपने पहले वेतन से फलाही गौशाला को भेंट की चारे की ट्राली
होशियारपुर : एक तरफ जहां मानव सेवा के लिए हर सामर्थ व्यक्ति को प्रयास करते रहना चाहिए वहीं बेजुबानों के प्रति भी सेवा समर्पण भाव रखकर उनकी सेवा को भी आगे आने की जरुरत है। क्योंकि लावारिस गायों एवं गौधन के साथ-साथ गौशालाओं में रखे गए इन बेजुबानों का ध्यान रखना भी हमारा फर्ज है। यह बात भारत विकास परिषद के अध्यक्ष प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने लक्ष्मी नारायण की प्ररेणा से उनकी बेटी डा. अंकिता अरोड़ा द्वारा अपने पहले वेतन से फलाही गौशाला में चारे की ट्राली भेंट करने दौरान कही। उन्होंने कहा कि लक्ष्मी नारायण ने उन्हें बताया था कि फलाही गौशाला में चारे की काफी समस्या पेश आ रही है। यह बात उनकी बेटी डा. अंकिता सुन रही थी। इसी दौरान उसने उनसे कहा कि वह अपने पहले वेतन से कोई समाज सेवी कार्य करना चाहती है और इससे बेहतर क्या होगा कि वह एक ट्राली चारा वहां दान कर आए और खुद बेजुबानों को खिलाए। उसकी यह बात सुनकर मन को काफी खुशी हुई कि उनकी बेटी भी उनके सिद्धांतों पर चलते हुए सेवा भाव से भरी हुई है। इस पर वे हरे चारे की ट्राली लेकर गौशाला फलाही पहुंचे। इस मौके पर डा. अंकिता ने कहा कि उसे गौशाला आकर काफी प्रसन्नता हुई तथा वे भविष्य में भी यहां पर सहयोग के लिए तत्पर रहेगी। उन्होंने कहा कि उसके पापा द्वारा किए जाते समाज सेवी कार्य से वे बेहद प्रभावित है तथा पापा के कदमों पर चलते हुए जितना हो सके मानव एवं इन बेजुबानों की सेवा करेगी। इस मौके पर लक्ष्मी नारायण ने अरोड़ा परिवार का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे लोग धन्य होते हैं जो बेजुबानों की सेवा को आगे आते हैं। उन्होंने शहर एवं गांवों के सामर्थ लोगों से अपील की कि वे फलाही गौशाला में चारा दान करने के लिए आगे आएं ताकि यहां की हालत सुधर सके। इस मौके पर संजीव अरोड़ा की धर्मपत्नी रेनू अरोड़ा व छोटी बेटी वंशिका अरोड़ा भी मौजूद थे।
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फोटो कैप्शन:- गौशाला फलाही में हरे चारे की ट्राली भेंट करते हुए संजीव अरोड़ा, डा. अंकिता व अन्य।