होशियारपुर: रयात बाहरा मैनेजमेंट कॉलेज के फैशन डिजाइन विभाग ने फेविक्रिल (पिडिलाइट) वर्कशॉप का सफल आयोजन किया। इस कार्यक्रम का संचालन डायरेक्टर-प्रिंसिपल डॉ. हरिंदर सिंह गिल के मार्गदर्शन में किया गया।
वर्कशॉप में फेविक्रिल (पिडिलाइट) की विशेषज्ञ नवदीप ने विद्यार्थियों को दो सत्रों— लिप्पन आर्ट और स्टेंसिल प्रिंटिंग— में प्रशिक्षण दिया। इसका उद्देश्य पारंपरिक और आधुनिक कला तकनीकों को सिखाकर छात्रों की रचनात्मकता को बढ़ावा देना था।
पहले दिन छात्रों को पारंपरिक लिप्पन आर्ट से परिचित कराया गया, जिसमें प्राकृतिक सामग्रियों और जटिल डिजाइनों का उपयोग किया जाता है। विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने इस लोककला के अद्भुत नमूने तैयार किए।
दूसरे दिन स्टेंसिल प्रिंटिंग पर फोकस किया गया, जिसमें छात्रों ने टी-शर्ट पर विभिन्न डिजाइनों का प्रयोग किया। उन्होंने स्टेंसिल बनाने और प्रिंटिंग तकनीकों को सीखते हुए अनोखे पैटर्न और रंग संयोजन विकसित किए।
विभाग प्रभारी प्रो चरणप्रीत सिंह ने बताया कि इस वर्कशॉप का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक अनुभव देना और उनकी कलात्मक क्षमताओं को बढ़ावा देना था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से छात्र न केवल नई तकनीकों को सीखते हैं बल्कि अपने रचनात्मक विचारों को वास्तविकता में बदलने का अवसर भी प्राप्त करते हैं।