संगरूर : संगरूर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 32 बोर की दो पिस्टल, तीन मैगजीन और 20 कारतूस 32 बोर बरामद किया है। पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता के दौरान जिला पुलिस प्रमुख मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पुलिस की नाकाबंदी के दौरान उभावल रोड से सूआ पटड़ी बरनाला रोड संगरूर से रफी कुमार पुत्र अमरजीत सिंह निवासी सुंदर बस्ती संगरूर, हरजीत सिंह उर्फ डिपन पुत्र सुरजीत सिंह निवासी सुंदर बस्ती संगरूर, बी कैटेगरी का गैंगस्टर अवरजीत सिंह उर्फ बाबू रईया पुत्र स्व. रतन सिंह निवासी रईया थाना ब्यास को कार काबू करके उनके पास से 2 पिस्तौल 32 बोर, तीन मैगजीन, 20 कारतूस 32 बोर बरामद किया है। इस दौरान इनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। जिला पुलिस प्रमुख ने कहा कि उनसे गहराई से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में पता चला कि आरोपी रफी कुमार की प्रेम सिंह उर्फ प्रेमा निवासी अजीत नगर बस्ती संगरूर से विवाद चल रहा था।
आपसी रंजिश व पार्टीबाजी के चलते रफी कुमार व इसके साथी हरजीत सिंह उर्फ डिपन ने गैंगस्टर अवरजीत सिंह उर्फ बाबू रईया का सहारा लिया ताकि वह नया गैंग स्थापित करके प्रेम कुमार उर्फ प्रेमा से बदला लिया जा सके। एक जुलाई को बस स्टैंड संगरूर पर साइकिल स्टैंड की पार्किंग का ठेके की बोली हुई थी जिसमें रफी कुमार और हरजीत सिंह उर्फ डिपन ने अवरजीत सिंह उर्फ बाबू रईया को बुलाया था ताकि वह विरोधी पार्टी को डरा-धमका कर बोली अपने हक में कर सके। यह बोली हरजीत सिंह उर्फ डिपन के हक में हो गई। उन्होंने कहा कि वे एक जुलाई को उभावल रोड पर लूटपाट की वारदात को अंजाम देने की ताक में थे परंतु वारदात से पहले ही पुलिस द्वारा इन्हें काबू कर लिया गया। तीनों कथित आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड है। जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि आरोपी अवरजीत सिंह उर्फ बाबू रईया के खिलाफ 28 मामले दर्ज हैं और वह बी कैटेगरी का गैंगस्टर है। इसके अलावा रफी कुमार के खिलाफ 7 और हरजीत सिंह उर्फ डिपन के खिलाफ 1 मामला दर्ज किया गया है।