होशियारपुर। न्यूज़ डेस्क। पंजाब में बीते लंबे समय से सरकार से समक्ष अपनी मांगों को पूरा करने की गुहार लगा रहे पेट्रोल पंपों ने आखिरकार शनिवार देर रात को लुधियाना में कड़ा फैसला लिया है। लुधियाना के एक क्लब में पंजाब पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो 7 से लेकर 21 नवंबर तक पंजाब के सभी पेट्रोल पंप मालिक सुबह सात बजे से लेकर शाम पांच बजे तक डीजल और पेट्रोल ग्राहकों को देंगे। फिर भी अगर सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो 22 नवंबर को पंजाब के सभी पेट्रोल पंपों को बंद रखा जाएगा।
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं
वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं। एसोसिएशन के इस फैसले से हड़कंप का माहौल है। एसोसिएशन के प्रदेश कार्यकारी सदस्य राजू शर्मा ने बताया कि इस समय पंजाब में लगभग 3400 पेट्रोल पंप काम कर रहे हैं। पेट्रोल के दाम बढ़ते जा रहे हैं। पंजाब के मुकाबले हरियाणा और हिमाचल में तेल सस्ता है। क्योंकि वहां की राज्य सरकारों ने तेल पर वैट को कम किया है। पंजाब में सरकार ने वैट में कोई राहत नहीं दी है। सीमावर्ती एरिया में लगे पेट्रोल पंप मालिकों को इसके कारण बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उनका काम न के बराबर रह गया है।
दोगुने से अधिक बढ़ चुके हैं दाम
संचालकों ने कहा कि बीते कुछ साल में पेट्रोल के दाम दोगुना बढ़ चुके हैं। उन्हें मिलने वाली कमीशन को नहीं बढ़ाया जा रहा है। उनकी इनपुट कोस्ट में लगातार इजाफा होता जा रहा है। जिसके चलते उन्हें खर्च निकालने भारी पड़ रहे हैं। इसलिए वे सरकार से लंबे समय से कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। उनकी इस मांग पर कोई गौर करने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए एसोसिएशन ने यह फैसला लिया है।