कराची। नेटवर्क न्यूज़। पाकिस्तान के रक्षामंत्री परवेज खटक ने सियालकोट में श्रीलंकाई नागरिक प्रियंता कुमारा को ईशनिंदा के नाम पर जलाकर मारने की घटना पर शर्मनाक बयान दिया है। सियालकोट में श्रीलंकाई शख्स की लिंचिंग के मामले पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने कथित तौर पर कहा कि यह ‘मुस्लिम युवाओं का जोश’ था और ‘जोश और जज्बे में आकर युवा ऐसा अक्सर कर जाते हैं’।
परवेज खटक ने कहा, ”युवाओं को लगा कि इस्लाम पर हमला किया गया है, तो वे इसके बचाव में आगे आए।” खटक ने भीड़ द्वारा लिंचिंग की घटना का बचाव करते हुए कहा कि बच्चे हैं, इस्लामिक दीन है, जोश में आ जाते हैं और जज्बे में आकर काम कर देते हैं।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खटक ने सोमवार को इस घटना पर ट्विटर पर एक बयान जारी किया था। उन्होंने लिखा, “मैं श्रीलंकाई नागरिक की हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। यह घटना पाकिस्तान का प्रतिबिंब नहीं है। पाकिस्तान हर तरह से चरमपंथ की निंदा करता है।”
श्रीलंकाई नागरिक का शव सोमवार को कोलंबो लाया गया। इस बीच, पंजाब पुलिस ने ट्वीट किया, “अब तक 26 मुख्य समेत कुल 131 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। 26 प्रमुख संदिग्धों ने लोगों की भड़काने, कुमारा की पीट-पीट कर हत्या करने और लाश को आग लगाने में अहम भूमिका रही है।”
सियालकोट में कथित ईशनिंदा को लेकर श्रीलंकाई नागरिक की भीड़ ने पहले पिटाई की और उसके बाद जलाकर मार डाला था। श्रीलंकाई नागरिक प्रियंता कुमारा सियालकोट में एक कारखाने में जनरल मैनेजर के तौर पर कार्यरत था। कुमारा ने कथित तौर पर कट्टरपंथी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान का एक पोस्टर फाड़ दिया था, जिसमें कुरान की आयतें लिखी हुई थीं और उसे कूड़ेदान में फेंक दिया।
फैक्ट्री के कुछ कर्मचारियों ने कुमारा को पोस्टर फाड़ते देख लिया था। इसके बाद आक्रोशित सैकड़ों की भीड़ ने कुमारा को बाहर घसीट लिया, जिनमें ज्यादातर टीएलपी के कार्यकर्ता और समर्थक थे। भीड़ ने श्रीलंकाई नागरिक पर हमला कर उसे मार डाला और पुलिस के वहां पहुंचने से उसकी लाश को भी जला दिया।