चंडीगढ़। तेजपाल। पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थाम लिया है। पार्टी छोड़ते ही उन्होंने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले 111 दिनों में उनकी डिग्निटी को हर्ट किया गया। हिंदू होने के कारण उन्हें टारगेट किया गया और पर्सनल रंजिश निकाली।
मनीषा गुलाटी ने कहा कि उन्हें पिछले दिनों में धमकियां मिलती रही हैं। पंजाब के एक पॉपुलर नेता ने उन्हें कहा कि माता सीता को इंसाफ नहीं मिला तो आप क्या इंसाफ दिलाएंगी। उन्होंने कहा कि पिछले 111 दिन की सरकार ने आते ही उनका स्टाफ कम कर दिया। उन्हें मिली वेलफेयर ग्रांट भी रोक ली गई। उन्होंने कहा कि इस संबंधी उन्होंने होम मिनिस्ट्री से बात की और सरकार की इंटेलीजेंसी की रिपोर्ट में भी उन्हें जान का खतरा बताया जा रहा है।
बोलीं- मनीषा गुलाटी को फ्लावर समझा, वह तो फायर है
मनीषा गुलाटी ने कहा कि सरकार ने उन्हें अपॉइंट किया था। कानून को डिसरिस्पेक्ट किया गया। चन्नी सरकार ने उन पर बहुत हमले किए। उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने सिर्फ एक सवाल किया था। उन्होंने कहा कि एक महिला होने के नाते उन्हें टारगेट किया गया। me-2 केस के कारण ही उन पर वार किया गया।
उन्होंने एक कमीशन की चेयर पर वार किया है। फिल्मी डायलाग कहते हुए मनीषा गुलाटी ने कहा कि, मनीषा गुलाटी को फ्लावर समझा गया, जबकि वह फायर है। वह आज भी डटकर खड़ी हैं और आगे भी महिलाओं के लिए काम करती रहेंगी।
उन्होंने कहा कि सरकारें बहुत आती जाती हैं। लेकिन काम हमेशा टीम के साथ होता है, जो टीम आईएएस और आईपीएस हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी ने बीजेपी में आने के लिए नहीं कहा। उनके फैमिली रिलेशन हैं लेकिन फिर भी यह रस्ता उनका अपना है जिसे उन्होंने खुद चुना है। पंजाब की महिलाएं काफी भावुक हो रही हैं लेकिन वह पंजाब की महिलाओं को इंसाफ दिलाएंगी।