चंडीगढ़। तेजपाल। चंडीगढ़ के सेक्टर-52 में सोमवार सुबह यूथ कांग्रेस के महासचिव रवि राणा के घर में घुसकर लगभग 12 लोगों ने तलवार, डंडे और रॉड से हमला कर दिया। रवि राणा के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं जबकि दोनों पैर व हाथों की हड्डी टूट गई है। इस दौरान बीच बचाव करने पहुंचे रवि के माता-पिता और दोनों बहनें भी गंभीर रूप से घायल हो गईं। आरोप है कि रवि राणा का भाई आरोपियों की बेटी को भगा ले गया है।
रवि को पीजीआई में भर्ती कराया गया है जबकि मां और दोनों बहनें सेक्टर-16 स्थित अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं पिता को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। सेक्टर-36 थाना पुलिस ने सेक्टर-52 आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रयास, मारपीट और आर्म्स एक्ट की धारा में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने लड़की के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य आरोपियों के लिए छापेमारी चल रही है।
रवि के भाई पर लड़की को भगाने का आरोप
रवि राणा ने बताया कि पड़ोस में रहने वाली एक युवती कुछ दिनों से घर से लापता है जबकि उनका भाई राहुल भी घर से गायब है। लड़की के परिजनों का आरोप है कि दोनों एक साथ भागे हैं। रवि ने कहा कि इससे पहले भी राहुल और पड़ोसी की बेटी घर से भाग चुकी है। उस समय वह नाबालिग थी। इसके बाद दोनों को समझाकर लड़की को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया था।
अब लड़की बालिग है। रवि ने कहा कि इसी बात को लेकर लड़की के परिजनों और रिश्तेदारों ने उन पर हमला कर दिया। रवि ने बताया कि चार दिन पहले लड़की के परिजनों ने मौलीजागरां थाने में लापता की शिकायत दर्ज करवाई थी। उस समय थाने में दोनों परिवारों के बीच बैठकर समझौता हुआ था कि कुछ दिन में दोनों को ढूंढ लेंगे और लड़की को उनके हवाले कर देंगे। इसके अलावा अगर दोनों परिवार में समझौता हुआ तो शादी करवा देंगे।
बात करने के बहाने ले गए बाहर, दरवाजे की कुंडी लगाकर पीटा
रवि ने बताया कि सुबह करीब सात बजे लड़की के माता-पिता उनके घर आए। दोनों बात करने के बहाने उन्हें बाहर ले आए और दरवाजे की कुंडी लगा दी। इसके बाद घर के बाहर खड़े लड़की के भाई और रिश्तेदारों ने तलवार, डंडे और रॉड से हमला कर दिया। इस दौरान उसकी दो बहनें, मां और पिता घर की छत से कूदकर बाहर आए और बीच बचाव करने लगे तो आरोपियों ने उन पर भी हमला कर दिया। हमले में एक बहन का दांत भी टूट गया।
गंभीर हाल में दौड़ाते रहे हॉस्पिटल
रवि ने बताया कि घटना के बाद तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। पीसीआर उसे सेक्टर-16 के अस्पताल लेकर गई। जहां से उसे पीजीआई रेफर कर दिया गया लेकिन पीजीआई ने उन्हें सेक्टर-32 अस्पताल में जाने के लिए कहा। जब वह सेक्टर-32 अस्पताल पहुंचे तो कहा गया कि पीजीआई में भर्ती करवाएं। इसके बाद उनके समर्थकों और परिजनों ने पीजीआई में हंगामा किया तब जाकर उन्हें भर्ती किया गया।