इंटरनेट की सोच किसानों के लिए फायदेमंद

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साइंस सिटी की ओर से मनाया गया इंजीनियर दिवस

कपूरथला : इंजीनियर दिवस के अवसर पर पुष्पा गुजराल साइंस सिटी ने “इंटरनेट ऑफ थिंग्स” (आईओटी)* पर एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया। प्रख्यात विद्वान और राजनीतिज्ञ भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में हर 15 सितंबर को इंजीनियर दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर पंजाब के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों के लगभग 100 छात्रों ने भाग लिया

इस मौके पर साइंस सिटी की महानिदेशक डॉ. नीलम जैरथ ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि इंटरनेट की सोच आज लोगों को स्मार्ट बनाने और काम करने में मदद कर रही है, यह पूरे जीवन को नियंत्रित करती है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट व्यवसाय के साथ-साथ होम ऑटोमेशन में एक वास्तविक झलक पेश करता है। इससे मशीनों की परफॉर्मेंस से लेकर सप्लाई चेन और संचालन तक काफी समझदारी से देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कृषि में भी इंटरनेट थिंकिंग से कृषि गतिविधियों को बहुत आसान बनाकर लाभान्वित किया जा सकता है। सेंसर वर्षा, नमी, तापमान, मिट्टी के तत्वों और अन्य कारकों पर जानकारी एकत्र कर सकते हैं जो कृषि तकनीकों को स्वचालित करने में सहायक होते हैं।

डॉ. अनुराग शर्मा, प्रोफेसर इंजीनियरिंग जीएनए विश्वविद्यालय ने इस अवसर पर एक विशेषज्ञ के रूप में भाग लिया। कार्यशाला के दौरान डाॅ. शर्मा ने बताया कि कैसे इंटरकनेक्टेड उपकरणों का एक नेटवर्क, नेटवर्क पर सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए सेंसर और एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस का उपयोग करता है। इस अवसर पर छात्रों ने क्लाउड कंप्यूटिंग के बुनियादी सिद्धांतों, वायरलेस इंटरफेस के साथ डेटा ट्रांसफर और रियल टाइम एप्लिकेशन में इंटरनेट सोच की संभावनाओं के बारे में जाना। इस अवसर पर डाॅ. शर्मा ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) आधारित प्रोजेक्ट यानी नोड एमसीयू (ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर डेवलपमेंट एनवायरनमेंट) का उपयोग करके IoT प्रौद्योगिकियों के चरणों का उपयोग करने में शामिल कदमों का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने प्रायोगिक प्रयोगों में बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। इस बीच छात्रों ने क्लाउड कंप्यूटिंग को इंटरफेसिंग नियंत्रण और क्लाउड नेटवर्क पर डेटा भेजने के तरीकों के साथ समझा। इस अवसर पर साइंस सिटी के निदेशक डॉ. राजेश ग्रोवर ने बताया कि भविष्य में इंटरनेट की सोच को अपनाना जारी रहेगा क्योंकि यह निर्णय लेने में स्वचालन (स्वचालित) लाता है जबकि बेहतर गुणवत्ता, प्रक्रिया, निगरानी और नियंत्रण की क्षमता को भी तेजी से बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि आईओटी में कैरियर्स के मौजूदा अवसरों के बारे में पहले कभी नहीं सोचा जा सकता था।

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