चंडीगढ़ : बैंक की तरफ से आने वाले मैसेज को एडिट करके फर्जी क्रेडिट अमाउंट का मैसेज भेजकर लोगों से ठगी का खेल चल रहा है। इस तरह की वारदात से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहना पड़ेगा। ऐसा कोई भी मैसेज मिलने पर तुंरत संबंधित बैंक से संपर्क करें और पुलिस में शिकायत दें। इसी तरह की एक वारदात में गिरफ्तार आरोपित दीपक ग्रोवर की निशानदेही पर उसके गैंग के दो लोगों को भी पुलिस गिरफ्तार किया है। इन आरोपितों के पकड़े जाने के बाद जो खुलासे हुए हैं वह हैरान करने वाले हैं। साइबर गैंग चंडीगढ़ के अलावा पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में भी सक्रिय है। गैंग के सदस्य दिल्ली और पंजाब दोनों जगह पर ठिकाना बनाकर गैंग को आपरेट कर रहे हैं।
चंडीगढ़ में ऑडी ओटोमोबाइल कंपनी के एक सेल्समेन ने पुलिस को शिकयत दी थी कि उसे कई दिनों से दीपक ग्रोवर नाम के शख्स ऑडी ए-6 मॉडल खरीदने के लिए फोन कर रहा था। 27 मार्च को भी उसने फोन किया और कंपनी के बैंक अकाउंट की डिटेल मांगी और कहा कि वह कंपनी के बैंक अकाउंट में गाड़ी खरीदने के लिए बुकिंग अमाउंट जमा करवाएगा। अगले दिन उसने सुबह फोन कर कहा कि उसने कंपनी के अकाउंट में दो लाख रुपये जमा करवा दिए हैं, लेकिन इंटरनेट की दिक्कत के कारण पैसे ट्रांसफर होने में देरी हो रही है। थोड़ी देर बाद उसने कहा कि उसे 10 हजार रुपयों की सख्त जरुरत है तो सेल्समेन ने उसके द्वारा दिए गूगल-पे नंबर पर 10 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुछ ही देर बाद उसने फिर फोन किया और कहा कि उसने उनके खाते में 10 हजार की जगह पर 25 हजार रुपए भेज दिए। इतना ही नहीं उसने सेल्समैन को 25 हजार रुपये का मैसेज भी भेजा। जिसके चलते उसने अपने 15 हजार रुपये वापस मांग कर ठगी कर ली।