होशियारपुर . डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि भारत सरकार की ओर से जारी किया गया आधार कार्ड देश के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज है। यह पहचान, पते और आयु के प्रमाण के रूप में सरकारी सेवाओं के लिए अनिवार्य हो चुका है। डिजिटल परिवर्तन के आधारभूत स्तंभ के रूप में, आधार पारदर्शिता, समावेशिता और कुशलता बढ़ाने में सहायक है।
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने जानकारी दी कि यू.आई.डी.ए.आई. नई दिल्ली से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार होशियारपुर जिले में 5 साल से कम उम्र के 47,269 बच्चों के आधार कार्ड नहीं बने हैं। इसके अतिरिक्त 5 से 15 वर्ष की आयु के 1,29,160 बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट लंबित हैं।
डिप्टी कमिश्नर ने यह भी बताया कि जिले में बड़ी संख्या में नागरिकों के आधार कार्ड मोबाइल नंबर से लिंक नहीं हैं और न ही उनके बायोमेट्रिक अपडेट हुए हैं। इससे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में बाधा उत्पन्न हो रही है। उन्होंने जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने निकटतम सेवा केंद्र पर जाकर अपने और अपने बच्चों के आधार कार्ड को तुरंत अपडेट करवाएं ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की दफ्तर संबंधी समस्या से बचा जा सके।
जिला आईटी मैनेजर करमजीत सिंह ने बताया कि जिले के सभी सेवा केंद्रों में आधार कार्ड से जुड़ी सभी सेवाएं उपलब्ध हैं। साथ ही जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में स्थित सेवा केंद्र में 4 आधार काउंटर संचालित किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त एसडीएम कार्यालयों जैसे मुकेरियां, गढ़शंकर, तहसील कार्यालय टांडा, दसूहा और मिनी सचिवालय में भी रविवार को आधार सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि आम नागरिकों की सुविधा के लिए जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों में आधार कार्ड शिविर भी लगाए जा रहे हैं।