इसके अतिरिक्त कोरोना काल में जब समस्त भारतवर्ष के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो गई थी तब मिशन की ओर से ‘वननेस वन परियोजना’ के अंर्तगत 21 अगस्त, 2021 को संपूर्ण भारतवर्ष में लगभग 350 स्थानों पर डेढ़ लाख के करीब वृक्ष रोपित किये गये और साथ ही उनकी देखभाल करने हेतु तीन वर्षो तक गोद लेकर उनके पालन पोषण का भी संकल्प लिया गया।
इसी महाअभियान को आगे बढ़ाते हुए मिशन के सेवादारों द्वारा आज भिन भिन सथानों पर 50,000 वृक्ष ओर लगाये गए एवं उनकी निरंतर देखभाल भी की जायेगी ताकि प्रदूषण का स्तर कम किया जा सके एवं प्राणवायु अर्थात् ऑक्सीजन का निर्माण अधिक से अधिक हो सके क्योंकि मनुष्य का जीवन जिस प्राण वायु पर आधारित है वह हमें इन वृक्षों के माध्यम द्वारा ही प्राप्त होती है।
संत निरंकारी मिशन द्वारा प्रति वर्ष स्वच्छता एवं वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया जा रहा है जिसमें मानव कल्याण की भलाई के लिए बाबा हरदेव सिंह जी का यहीं दृष्टिकोण था कि ‘प्रदूषण अंदर हो या बाहर, दोनों ही हानिकारक है।’ किन्तु इस वर्ष कोरोना की विषम परिस्थिति के कारण मिशन की ओर से जहां जहां पर संत निरंकारी सत्संग भवन हैं केवल उन्हीं स्थानों पर एवं उनके आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाया गया। ये उक्त जानकारी संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के सचिव आदरणीय श्री जोगिंदर सुखीजा द्वारा दी गयी। इन सभी अभियानों का आयोजन कोविड-19 के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए ही किया गया।इसके अतिरिक्त जल संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम रखते हुए पालघर जिले के आदिवासी तलासरी क्षेत्र में सायवन गांव के घुलुम पाड़ा क्षेत्र में तृतीय सीमेंट नाला बांध (सी ऐन डी) का निर्माण किया गया, जिसका लोकार्पण बुधवार 23 फरवरी, को जनरल सेक्रेट्री, सन्त निरंकारी मंडल, आदरणीय श्री सुखदेव सिंह के करकमलों द्वारा किया गया। इससे पूर्व भी दो सीमेंट नाला बांध (सी ऐन डी) का निर्माण आदिवासी जनजातियों के कल्याण हेतु किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि संत निरंकारी मिशन सदैव ही मानव कल्याण के लिए अग्रणी रहा है जिनमे मुख्यतः स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए सेवाएं की गई हैं और यह सभी सेवाएं निरंतर जारी हैं।