वित्‍त मंत्रालय ने सीपैक के पावर प्रोजेक्‍ट पर पाकिस्‍तान में लगाया ब्रेक, 50 अरब रुपये का नहीं मिलेगा अनुदान

0
314

इस्लामाबाद (एएनआइ)। पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) की बिजली परियोजनाओं के लिए 50 अरब पाकिस्तानी रुपये (पीकेआर) का सप्‍लीमेंटरी ग्रांट देने से इनकार कर दिया है। दूसरी तरफ, सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ 60 अरब डालर की इस परियोजना को नए जोश के साथ आगे बढ़ाएंगे। यह चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआइ) पहल की प्रमुख परियोजना है।

पाकिस्तानी समाचार पत्र बिजनेस रिकार्डर ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा है कि ऊर्जा विभाग ने टिप्पणी के लिए वित्त विभाग को संक्षिप्त ब्योरा भेजा था। वित्त विभाग ने वित्तीय स्थिति व कम टेरिफ (शुल्क) को देखते हुए 50 अरब रुपये के सप्‍लीमेंटरी ग्रांट या पूरक अनुदान के प्रस्ताव के समर्थन से इनकार कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, खस्ताहाल ऊर्जा विभाग ने प्रांतों से 111 अरब पीकेआर की वसूली के लिए प्रधानमंत्री से मदद की गुहार लगाई है।एशिया टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने अपने निवेशकों की समस्याओं का समाधान होने और सीपीईसी संबंधी पूर्व के समझौते का पकिस्तान द्वारा पालन किए जाने तक इस परियोजना के तहत नया फंड देने से इनकार कर दिया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि चीन बीआरआइ के जरिये पाकिस्तान को कर्ज के जाल में फंसा रहा है। चीन की ब्याज दर अधिक है और भुगतान की शर्त कठोर होने के साथ-साथ पारदर्शी भी नहीं हैं। गिलगिट बाल्टिस्तान के लोग भी चीन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरी तरफ, सीनेटर मुशाहिद हुसैन सईद ने रविवार को चीन के सीजीटीएन (चाइना ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क) के कार्यक्रम ‘द हब’ में वांग गुआन के साथ बातचीत के दौरान कहा कि पद संभालने के पहले दिन पीएम शहबाज ने चीन के कार्यवाहक राजदूत से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान शहबाज ने उनसे कहा था कि पाकिस्तान चीन को सबसे करीबी दोस्त और मजबूत भागीदार मानता है।

शहबाज ने कहा कि हम सीपीईसी को नए जोश, उत्साह व जीवंत तरीके से आगे बढ़ाएंगे। एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक मुशाहिद ने कहा कि चीन के शहबाज शरीफ से पुराने संबंध हैं। बीआरआइ की शुरुआत के समय सीपीईसी इसका केंद्रबिंदु था। इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आगे बढ़ाया था। शहबाज तब पंजाब के मुख्यमंत्री थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here