मजीठा : पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब में नशा तस्करों, राजनीतिज्ञों व पुलिस अधिकारियों के गठबंधन को तोड़ने से ही नशे का नाश संभव है। पिछले समय के दौरान सत्ता पर काबिज दो सरकारों शिअद और कैप्टन की अगुआई वाली कांग्रेस नशे के नेटवर्क को तोड़ने में असफल रही है। इस कारण पंजाब से नशा खत्म नहीं हो पाया। अब सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार के मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब में नशे को सही मायने में खत्म करना चाहते हैं तो इस तालमेल को तोड़ना होगा।
सिद्धू शहर में नशे से मरने वाले दो बहनों के इकलौते भाई सिमरनजीत सिंह की मौत पर परिवार से दुख साझा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के 60 दिन के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में करीब 60 लोगों की मौत नशे से हो चुकी है। यह चिता का विषय है। पंजाब सरकार के पास नशे को खत्म करने का कोई प्लान नहीं है। सिद्धू ने कहा कि यह लड़ाई सांझी है। हम सभी को एकत्रित होकर इसके विरुद्ध डटना होगा, तभी इस नशे को पंजाब से खत्म करने में कामयाब होंगे। सिद्धू ने सीएम से उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि मान नशे के विरुद्ध बने कानून को सख्ती से लागू करवाएंगे। इस अवसर पर सिद्धू के साथ पूर्व विधायक नवतेज सिंह चीमा, कांग्रेस के हलका इंचार्ज जगविदर पाल सिंह जग्गा, आकाशदीप सिंह मजीठिया, नवदीप सिंह सोना, दिलबाग सिंह, जेपाल सिंह, नीरज शर्मा, पप्पी भल्ला, बचितर सिंह, निर्मल सिंह, काबल सिंह आदि मौजूद थे।