नई दिल्ली : कमजोर वैश्विक संकेतों को देखते हुए भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को भारी गिरावट के साथ खुले। शुरुआती कारोबार में ही बीएसई का सेंसेक्स 1155 अंक टूट गया। विदेशी निवेशकों द्वारा पैसों की लगातार निकासी और क्रूड ऑयल की बढ़ती कीमतों के कारण भी बाजार धारणा कमजोर हुई है। खबर लिखे जाते समय बीएसई का सेंसेक्स 1.84 प्रतिशत यानी 994.38 अंकों की गिरावट के साथ 53,214.15 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया। शुरुआती कारोबार के दौरान एनएसई का निफ्टी भी 335.65 अंकों की गिरावट के साथ 15,904.65 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। खबर लिखे जाते समय निफ्टी 306.55 अंकों की गिरावट के साथ 15933.75 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सिर्फ ITC हरे निशान में
सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से सिर्फ ITC के शेयर हरे निशान में कारोबार करते नजर आए। जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गई उनमें टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, इन्फोसिस, विप्रो, टाटा स्टील, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एसबीआई और बजाज फाइनेंस शामिल हैं।
बुधवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए थे अमेरिकी शेयर बाजार
बुधवार को अमेरिकी शेयर 19 अक्टूबर 1987 जिसे ब्लैक मंडे कहा जाता है, के बाद की सबसे बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। NASDAQ 566.37 अंकों की जबरदस्त गिरावट के साथ 11418.15 के स्तर पर बंद हुआ। बुधवार को अमेरिका की डिपार्टमेंट स्टोर चेन की जानी मानी कंपनी Target के नतीजे आए और देखते ही देखते इसका मार्केट कैप एक-चौथाई स्वाहा हो गया। Target के शेयरों में 25 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। S&P 500 और Dow Jones Industrial Average के लिए भी बुधवार का दिन जून 2020 के बाद का सबसे बुरा दिन रहा। S&P 500 में बुधवार को 4.04 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
बुधवार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 1,254.64 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की। बुधवार को बीएसई का सेंसेक्स 109.94 अंकों की गिरावट के साथ 54208.53 के स्तर पर बंद हुआ था। एनएसई का निफ्टी भी 19 अंकों की गिरावट के साथ 16240.30 पर बंद हुआ था।