लंदन। न्यूज़ डेस्क। कोरोना लॉकडाउन में शराब पार्टी और फिर संसद में बे-मन से माफी के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ रहा है। भारतीय मूल के वित्तमंत्री ऋषि सुनाक पहली पसंद बनकर उभरे हैं। उनकी ही कंजरवेटिव पार्टी के यूगॉव पोल सर्वे में 46 फीसदी लोगों ने माना कि सुनाक जॉनसन से बेहतर पीएम साबित हो सकते हैं। सुनाक प्रधानमंत्री बनते हैं तो मई, 2024 में होने वाले आम चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी को ज्यादा सीटें मिल सकती हैं।
कंजरवेटिव पार्टी के ही 10 में 6 वोटरों ने जॉनसन की कार्य प्रणाली को खराब बताया है। जॉनसन की लाेकप्रियता घटकर 36% रह गई है। जॉनसन की लोकप्रियता में ये कमी जुलाई, 2020 के बाद सबसे अधिक है। उस दौरान हुए सर्वे में जॉनसन को अपनी पार्टी के 85 फीसदी वोटरों का समर्थन प्राप्त था। हालिया सर्वे में एक तिहाई वाेटरों का कहना है कि जॉनसन पद छोड़ें। उधर, जॉनसन द्वारा लॉकडाउन पार्टी की बात कबूलने के बाद ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव जोनाथन टैम ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया।
सुनाक: फ्रंट रनर बनने के 4 कारण 1. कोरोना काल के दौरान देश को आर्थिक मंदी से सफलतापूर्वक उबारा। सभी वर्गों को खुश किया। 2. 2020 में होटल इंडस्ट्री को ईट आउट टू हेल्प आउट स्कीम से सवा 15 हजार करोड़ की मदद दी। 3. कर्मचारियों और स्वराेजगार वाले लोगों को अगस्त, 2021 में दो लाख रुपए की सहायता राशि दी। 4. ब्रिटेन में कोरोना की वर्तमान लहर के दौरान समूची टूरिज्म इंडस्ट्री को 10 हजार करोड़ का पैकेज।
ब्रेग्जिट समर्थक
ऋषि सुनाक के माता-पिता पंजाबी मूल के हैं। वे पूर्वी अफ्रीका से 1960 के दशक में इंग्लैंड में आकर बसे। बैंकर के रूप में कॅरिअर शुरू करने वाले ऋषि 2015 में पहला चुनाव जीते। थेरेसा मे सरकार में संसदीय सचिव रहे ऋषि ब्रेग्जिट समर्थक रहे हैं।
दावेदारों में प्रीति भी
ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल भी बोरिस के इस्तीफे की स्थिति में पीएम पद की दावेदार हो सकती हैं। दक्षिण पंथी विचारधारा समर्थक पटेल प्रवासियों को शरण देने के खिलाफ रही हैं।
लेबर पार्टी ने बनाई बढ़त
यूगॉव पोल के गुरुवार को आए नतीजों में ब्रिटेन में विपक्षी लेबर पार्टी को कंजरवेटिव से 10 फीसदी की बढ़त मिली है। कंजरवेटिव को 28 फीसदी, जबकि लेबर पार्टी को 38% समर्थन मिला है। लेबर पार्टी को 2013 के बाद से सबसे ज्यादा समर्थन का प्रतिशत है।