इंडोनिशया के शहर बाली में जी- 20 शिखर सम्मेलन के इतर सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग ने करीब साढ़े 3 घंटे बैठक की। इस दौरान दोनो नेताओं ने बढ़ते मतभेदों को कम करने और संघर्ष को रोकने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। ताइवान के खिलाफ और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रुख के बीच दोनों नेताओं की पहली बार आमने-सामने बैठक हुई है। इससे पहले उपराष्ट्रपति के रूप में बाइडन ने शी के साथ मुलाकात की थी। बाइडेन ने बैठक में ताइवान के प्रति चीन की ‘‘दमनात्मक और आक्रामक कार्रवाइयों” पर आपत्ति जताई। इसके साथ ही उन्होंने शिनजियांग, तिब्बत तथा हांगकांग में चीन द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर चिंताओं को उठाया।
इंडोनेशिया के एक लग्जरी रिसॉर्ट होटल में अमेरिका और चीनी झंडों की कतार की पृष्ठभूमि में मुलाकात के दौरान शी और बाइडेन ने एक-दूसरे का अभिवादन किया और हाथ मिलाया। दोनों नेताओं ने मास्क नहीं लगा रखा था। जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर साढ़े तीन घंटे की बैठक के बाद बाइडेन ने संवाददाताओं से कहा कि ताइवान पर अमेरिकी नीति ‘‘बिल्कुल नहीं बदली है।” उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल सटीक रुख है। बाइडेन ने कहा कि वह अमेरिका और चीन के बीच ‘‘टकराव” नहीं तलाश रहे, और नया शीत युद्ध नहीं होगा।अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने लगभग तीन घंटे के सत्र पर एक बयान में कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों की प्रतिस्पर्धा के साथ बाइडेन-शी के बीच बैठक का उद्देश्य मतभेदों को कम करना था। बाइडेन ने सोमवार को बाद में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें बैठक पर चर्चा की गई।