नई दिल्ली। न्यूज़ नेटवर्क। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया है। उन्होंने यह घोषणा आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले की है। गोयल ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर अपने फैसले की जानकारी दी।
बढ़ती उम्र को बताया कारण
राम निवास गोयल ने अपने पत्र में लिखा कि बढ़ती उम्र के कारण वह सक्रिय राजनीति से अलग हो रहे हैं। हालांकि, उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त करते हुए कहा, “मैं पार्टी की सेवा करता रहूंगा और जो भी दायित्व मुझे सौंपा जाएगा, उसे पूरी ईमानदारी से निभाने की कोशिश करूंगा।”
पार्टी के लिए अहम योगदान
राम निवास गोयल का राजनीतिक करियर और आप पार्टी के साथ उनका जुड़ाव काफी अहम रहा है। विधानसभा अध्यक्ष के रूप में उनके कार्यकाल को विधानसभा की मर्यादा और प्रशासनिक सुधारों के लिए याद किया जाएगा।
राजनीति से संन्यास, पर सेवा जारी
गोयल के इस फैसले के बाद राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज हो गई है कि पार्टी उन्हें संगठनात्मक जिम्मेदारी दे सकती है। उनके अनुभव और पार्टी के प्रति निष्ठा को देखते हुए यह माना जा रहा है कि वह पार्टी में एक मार्गदर्शक की भूमिका निभा सकते हैं।
आने वाले चुनावों पर प्रभाव
गोयल के संन्यास का आम आदमी पार्टी और दिल्ली की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। चुनाव से पहले उनकी घोषणा को राजनीतिक समीकरणों से जोड़कर भी देखा जा रहा है।