होशियारपुर। फ़िल्मी जगत। रेखा जब फिल्मों में आई थीं तब उनके फिचर्स ही नहीं, फिगर में भी साउथ इंडियन टच ज्यादा था। रेखा के इस लुक के कारण कई बार उनके साथ कई एक्टर्स काम करने से इनकार तक कर देते थे। लेकिन जब 1978 के बाद रेखा में ड्रामेटिक चेंज इंडस्ट्री को नजर आया तो हर कोई उनके साथ काम करने को बेताब हो गया था।
रेखा शुरुआती दिनों में मोटी भी थीं और उनका मेकअप और स्टाइल भी बहुत अलग था, इस कारण उनकी खूबसूरती कहीं छुपी हुई थी।
रेखा ने सिमी ग्रेवाल के इंटरव्यू में बताया था कि वह जानती थीं कि लोग उन्हें मोटी और काली कह कर बुलाते थे।
रेखा का कहना था कि वह अपने लुक को लेकर बहुत एक्सपेरिमेंटल नहीं थीं, लेकिन अमिताभ बच्चन ही वह शख्स थे जिनके साथ काम करते हुए खुद को बदलना सीखीं।
रेखा ने बताया कि अमिताभ बच्चन से इंस्पायर होकर ही उन्होंने खुद को बदला और डायटिंग की और अपने लुक में भी बदलाव किया था।
बता दें कि रेखा ने साल 1978 में जब विनोद मेहरा के साथ फिल्म घर की थी तो लोग उनके बदले लुक को देखकर हैरान रह गए थे।
रेखा ने सिमी से बताया था कि यह बदलाव एक या दो दिन का नहीं था, बल्कि दो साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने खुद को नया लुक दिया था। रेखा का कहना था कि फिल्म घर में काम के बाद ही उन्हें वो असली पहचान मिली जिसकी वह हकदार थीं।