होशियारपुर, जनगाथा टाइम्स: (सिमरन)
पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2017 से चुनावों के पूर्व घर-घर नौकरी देने का वायदा किया था। युवा वर्ग ने उनके झांसे में आकर भारी बहुमत से पंजाब में कांग्रेस की सरकार बना दी। पिछले 4 सालों से बेरोजगार युवा नौकरी की राह देख रहे हैं, उन्हें ना तो नौकरियां मिली और ना ही सरकार के वायदे के अनुसार बेरोजगारी भत्ता दिया गया, उल्टा बेरोजगार नौजवानों को नौकरी मांगने पर कई बार लाठियां खानी पड़ी। गत दिवस हुई पंजाब मंत्रिमंडल की बैठक में गैर कानूनी तथा असंवैधानिक ढंग से 2 कांग्रेसी एमएलए पुत्रों को सरकारी नौकरियां देखकर अफसर नियुक्त करने पर कैबिनेट द्वारा लगाई गई मोहर से ऐसे लगता हैं कि सरकार दो विधायक पुत्रों को नौकरियां देकर घर-घर नौकरी देने का वादा पूरा करना मान रही हैं।सूद ने कहा कि सरकार का यह कदम गैरकानूनी तथा असंवैधानिक हैं क्योंकि तरस के आधार पर नौकरी सिर्फ पीड़ित परिवारों को तुरंत राहत पहुंचाने के लिए दी जाती हैं, ना कि ऐसी नौकरियां 34 साल के बाद देना सरकार की जिम्मेदारी हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी कुर्सी तथा सरकार बचाने के लिए अपने अति संप्पन विधायकों के पुत्रों को नौकरियां देकर कानून के साथ-साथ नैतिकता का भी दिवाला निकाल दिया है।