होशियारपुर, जनगाथा टाइम्स: (सिमरन)
होशियारपुर : देश में 34 वर्षों के बाद स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक की ‘नई शिक्षा नीति के लाभ और चुनौतियों’ पर सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीच्यूशन द्वारा वेबीनार का आयोजन किया गया। इसमें चेयरमैन अनिल चोपड़ा, वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा, राजन चोपड़ा, प्रो-चेयरमैन प्रिंस चोपड़ा, एम.डी प्रो. मनहर अरोड़ा, सभी कॉलेजों और स्कूलों के डायरेक्टर्स, प्रिंसिपलस तथा स्टाफ मेंबर्स ने भाग लिया। लॉ कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. सुभाष शर्मा ने सभी को विषय की जानकारी देते हुए वेबीनार की शुरू की। चेयरमैन अनिल चोपड़ा ने नई नीति का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली हमारे युवाओं को शिक्षित करने के पश्चिमी तरीकों पर आधारित रही हैं। नई नीति के आने से छात्र देश की समृद्ध संस्कृति, मूल्यों और शिक्षण विधियों से दुबारा से जुड़ पाएंगे मगर हम अपनी युवा पीढ़ी को ग्लोबल शिक्षा के साथ जोडऩा चाहते हैं तो उनकी प्राइमरी एजुकेशन से सही गाइडेंस और बेहतर शिक्षा बहुत जरूरी हैं।
वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने कहा कि शिक्षा प्रणाली में 5 + 3 + 3 + 4 की संरचना के साथ कम से कम छात्र प्रगति के लिए उचित दृष्टिकोण देगा। शिक्षक, माता-पिता और छात्र को नियमित रूप से पता चल जाएगा कि वे अपने ग्रेड या अंकों की निरंतरता में 5, 8, 12 कक्षा के बाद कहां खड़े हैं। प्रदर्शन को देखने के तुरंत बाद सुधारात्मक उपाय किया जा सकता है। राजन चोपड़ा ने कहा कि छात्रों को अपने स्किल्स और खामियों का पता चलेगा तथा छात्र अपनी क्षमता के हिसाब से अपनी पढाई में जा सकते हैं लेकिन इस नीति में अभिभावकों और अध्यापकों को छात्रों को इस प्रकार गाइड करना होगा की वह अपने ऊपर किसी भी प्रकार का दबाव न महसूस करें।
प्रिंस चोपड़ा ने नीति की सराहना करते हुए बताया कि सेंट सोल्जर ग्रुप में इस नीति बेहतरीन तरीके से लागू किया जाएगा क्योंकि ग्रुप के प्री-नर्सरी से पोस्ट-ग्रेजुएशन तक की शिक्षा, बेहतरीन अध्यापक उपलब्ध हैं। डायरेक्टर वीणा दादा ने कहा कि इस नीति के बाद छात्रों को विदेशी शिक्षा का रुझान कम होगा। प्रो.मनहर अरोड़ा ने कहा कि शिक्षा के इस बदलाव से छात्रों के स्किल्स में सुधार आएगा और देश में रोजगार भी बढ़ेगा।