लोगों की समस्याएं सुलझाने की बजाय कांग्रेस आपसी फूट की शिकार : तीक्ष्ण सूद

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    होशियारपुर, जनगाथा टाइम्स: (सिमरन)

    पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद के द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया हैं कि भारतीय जनता पार्टी ने पहले भी कैप्टन सरकार की कार्यप्रणाली व क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाकर उसे भ्रष्ट, निकम्मी व हर मोर्चे पर पूरी तरह फेल सरकार घोषित किया था। उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव के समय कांग्रेस सरकार द्वारा दिया गया नारा “चाहुदा हैं पंजाब कैप्टन दी सरकार” अब कांग्रेसियों ने स्वयं ही नकार दिया हैं। असंतुष्ट मंत्रियों,विधायकों व वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं व विधायक परगट सिंह के घर हुई मीटिंग में स्पष्ट तौर पर माना गया हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में लड़े जाते हैं तो कांग्रेस बुरी तरह हारेगी।

    सूद ने कहा कि पंजाब को केबल भाजपा ही स्थिर, भ्रष्टाचार मुक्त व लोगों की हितैषी सरकार दे सकती हैं। कैप्टन सरकार द्वारा नशा मुक्ति, किसानों को कर्जा मुक्ति व बेरोजगारी मुक्ति के कैप्टन साहिब द्वारा हाथ में पवित्र गुटका साहिब लेकर किए गए वादे भी ठूस हो गए हैं। आज प्रतिदिन कर्जों की मार झेल रहे किसान, बेरोजगार नौजवान तथा नशे में लिप्त नौजवान अपनी जाने दे कर कैप्टन सरकार की असफल कारगुजारी की बोलती तस्वीरें बन रहे हैं। उन्होंने उन्होंने कहा कि कैप्टन के विधायक सुरजीत सिंह धीमान, सिद्धू, परगट सिंह के मामलों में विजलैंस के दुरुपयोग की बातें असंतुष्टों द्वारा उठाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जिन मामलों में भ्रष्टाचार तथा सरकारी खजाने को चूना लगाने के खुलकर प्रमाणित आरोप सामने आ रहे हैं उन मामलों में कैप्टन साहब विजलैंस या सीबीआई जांच देने की बजाय क्लीन चिट देते हैं।उन्होंने कहा कि एक्साइज विभाग में 5500 करोड़ रुपए का घाटा तथा जहरीली शराब से 125 लोगों की हत्या का कलंक सरकार अपने माथे से धो नहीं पपाई। रेत, बजरी की बढ़ती कीमतों ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया हैं, परंतु सरकार के संरक्षण में चल रहे इसके अवैध तथा ब्लैक मार्केटिंग में कभी भी विजिलेंस विभाग की जांच नहीं बैठाई गई। बहुल चर्चित दलित विद्यार्थियों के स्कॉलरशिप घोटाले में मंत्री साधु सिंह 70 करोड़ रुपये के करीब डकार कर बैठे हैं, परंतु कोई विजिलेंस जांच नहीं हुई। कॉलोनाइजरों के साथ बड़े-बड़े वादे करने वाली सरकार भ्रष्टाचारी अफसरों की मिलीभगत से 2 नंबरी कोलोनाईजरों द्वारा सरकार तथा लोगों को लूटने के मामले में भी विजिलेंस का प्रयोग नहीं कर रही, अगर पिछले कुछ दिनों पहले में जालंधर, लुधियाना, मोहाली आदि के कुछ कॉलोनाइजरों पर एफ.आई.आर दर्ज हुई तो एक बड़े रसूखदार कोलोनाईजरो मंत्री जिसकी स्वयं की कॉलोनियां भी उनमें शामिल थी ने उस एफ.आई.आर पर अमल रुकवा दिया। रजिस्ट्री के लिए अलग से रजिस्ट्रार लगाकर माल विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को और बढ़ावा मिला तथा पंजाब सरकार के भ्रष्टाचार के केंद्र, उद्योग विभाग में अब तक विजलैंस विभाग को जांच करने के लिए नहीं कहा गया। जिसमें उद्योग विभाग की जमीनों को मंत्री समेत उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से औने-पौने दामों में नियमों को छिक्के पर रखकर लगातार बेचा जा रहा हैं तथा तेजी से बेची गई जमीनों की बन्दरबांट करके कॉलोनियों काटी जा रहे हैं उद्योगों को सस्ते प्लाट देने की बजाय उनके रिहायशी प्लाट विभाग की के नई पॉलिसी के बिल्कुल विपरीत जा जाकर काटे जा रहें हैं।

    सूद ने कहा कि पंजाब में चुनाव नजदीक आने के कारण भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुका हैं। सरकार में भी कैप्टन पक्षीय चापलूस मंत्री चांदी कूट रहे हैं, जबकि जिन के स्वर कैप्टन के अनुकूल नहीं हैं वह विजलैंस के डर से आरोप लगाकर सरकार की नाकामियों को अकेले कैप्टन के सिर मढ़ कर अपना भविष्य सुरक्षित करने में जुटे हुए हैं। सूद ने कहा कि यह समय सरकार के अंदर आपसी लड़ाई व खींचातानी का नहीं होना चाहिए परंतु इकठे होकर कोरोना से लड़कर पंजाब के लोगों की जाने बचाने तथा पंजाब को विकास की ओर ले जाने का हैं,परंतु कैप्टन सरकार के दौर में हर मोर्चे पर पंजाब का विनाश हो रहा हैं।

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