होशियारपुर (जनगाथा टाइम्स ) इस साल के फिजियोलॉजी या मेडिसिन के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो गई है. अमेरिकी साइंटिस्ट विलियम जी कैलिन जूनियर और ग्रेग एल सेमेंजा के साथ ब्रिटेन के सर पीटर जे रैटक्लिफ को मेडिसिन के नोबेल प्राइज के लिए चुना गया है. इन तीनों ही साइंटिस्ट को मानव शरीर में कोशिकाएं ऑक्सीजन की उपलब्धता को कैसे महसूस करती हैं और कैसे खुद को उसके अनुकूल बनाती हैं, इस विषय पर रिसर्च के लिए प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा.
नोबेल की ज्यूरी ने सोमवार को तीनों वैज्ञानिकों के नाम की घोषणा करते हुए कहा, ‘उन्होंने इस संबंध में हमारी समझ को आधार प्रदान किया कि ऑक्सीजन का लेवल सेलुलर मेटाबोलिज्म और शारीरिक क्रियाकलापों को किस तरह प्रभावित करता है. उनके रिसर्च से एनीमिया, कैंसर और दूसरी कई बीमारियों से लड़ने की भरोसा पैदा करने वाली नयी रणनीतियों का रास्ता साफ हो गया है.’ ज्यूरी के मुताबिक तीनों वैज्ञानिकों ने उस आणविक तंत्र की पहचान की जो ऑक्सीजन के विविध स्तरों के चलते जीन्स की गतिविधियों को नियंत्रित करता है. इससे कई बीमारियां जुड़ी होती हैं.
निर्णायक मंडल ने कहा कि‘अकादमिक प्रयोगशालाओं और फार्मास्युटिकल्स कंपनियों में इस तरह की दवाएं बनाने के गहन प्रयास चल रहे हैं जो ऑक्सीजन संवेदी तंत्र को सक्रिय कर या अवरुद्ध कर विभिन्न रोगों की अवस्थाओं में कारगर हो सकती हैं.’