माहिलपुर, जनगाथा टाइम्स: (मोनिका भारद्वाज)
वन विभाग में भ्रष्टाचार ने कंडी क्षेत्र के जंगलों को पूरी तरह से तबाह कर दिया हैं। लेबर पार्टी के अध्यक्ष जय गोपाल धीमान के गांव बिछोही में वन विभाग की नर्सरी के अचानक दौरे और भ्रष्टाचार के बड़े खुलासे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नर्सरी में काम करने के बजाय मनरेगा मजदूरों से पैसे लिए जा रहे थे। मलरेगा श्रमिकों से किसी भी परिस्थिति में काम नहीं लिया जा सकता था, जहां इसे ढीले तरीके से उगाया गया था और यह अवैध था। धीमान ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान बाकी पर ध्यान दिया जिसमें 2 महिलाएं और मनरेगा कार्यकर्ता सतपाल शामिल थे। जॉब कार्ड नंबर। 10, बूटा जॉब कार्ड नंबर 128, देश राज और बलवीर सिंह काम कर रहे थे और रेंज ऑफिसर की मिलीभगत से।धीमान ने कहा कि वास्तव में होता यह हैं कि नर्सरी में लोगों को मजदूरी पर रखा जाता है लेकिन ये वर्तमान जिम्मेदार व्यक्ति कागजों में नकद मजदूरी दिखाते हैं लेकिन मनरेगा श्रमिकों से काम करवाते हैं और नकद मजदूरी बचाकर अपनी जेब में डालते हैं। पैसे का कुछ हिस्सा ऊपर जाता हैं। वन विभाग में इस तरह के लाखों रुपये के घोटाले किए जा रहे हैं। धीमान ने कहा कि वन विभाग के इस भ्रष्टाचार ने कंडी क्षेत्र की सारी हरियाली को पूरी तरह से नष्ट कर दिया हैं और पूरे पंजाब का नुकसान किया हैं। उन्होंने कहा कि पंकम्पा परियोजना के तहत गांवों में वनों के विकास के लिए समितियों का गठन किया गया हैं और समिति के सदस्यों को यह भी नहीं पता कि अनुदान कब आया और कहां खर्च किया गया।
धीमान ने कहा कि सरकारें परियोजनाओं और योजनाओं को बहुत अच्छा बनाती हैं लेकिन जमीनी स्तर पर उन्हें कभी लागू नहीं किया जाता हैं और भ्रष्टाचार के माध्यम से पैसा ऊपर से नीचे तक जाता हैं। वन विभाग में इतना भ्रष्टाचार हैं अगर इसकी ठीक से जांच की जाए। उन्होंने कहा कि घोटाले उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत करोड़ों रुपये के घोटालों का पर्दाफाश भी लेबर पार्टी ने किया था और सभी घोटालों को सरकार ने ढक दिया था। धीमान ने इस घोटाले की तत्काल सतर्कता जांच की मांग की।