जनगाथा / जालंधर / पंजाब के सी.एम. कै. अमरेंद्र सिंह ने गुटका साहिब पकड़ कर जो कसमें विधानसभा चुनावों से पहले खाई थीं, उनसे अब वह मुकर गए हैं। न पंजाब नशा मुक्त हुआ और न किसानों का कर्जा माफ हुआ। इन बातों का प्रकटावा शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेताओं पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका, विधायक पवन टीनू, कुलवंत सिंह मन्नण, सर्बजोत सिंह साबी, रणजीत सिंह राणा, सेठ सतपाल आदि ने किया।
प्रैस कान्फ्रैंस में अकाली नेताओं ने कहा कि किसानों का सारा कर्ज माफ करने की मांग को लेकर शिरोमणि अकाली दल पंजाब सरकार को हर मैदान में घेरेगा। इसी के चलते 14 मार्च को पंजाब सरकार द्वारा नकोदर में रखे एक कार्यक्रम में अकाली दल के नेता और वर्कर पहुंचकर मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह को एक मांगपत्र सौंपेंगे जिसमें किसानों का सारा कर्जा माफ करने की मांग होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनावी मैनीफैस्टो में कहा था कि किसानों का सारा कर्जा माफ होगा चाहे वह किसी भी बैंक या सोसायटी से हों पर चुनावों के बाद सरकार बनते ही मुख्यमंत्री अपने वायदों से मुकरते रहे। उन्होंने कहा कि न तो पंजाब में किसानों की आत्महत्याएं कम हुईं और न ही किसानों को कोई राहत मिली। ऊपर से सरकार ने किसानों पर बिजली के बिल और लगा दिए हैं। सारी भलाई योजनाएं बंद कर दी हैं। युवाओं को किसी प्रकार की नौकरियां नहीं मिलीं।
उन्होंने कहा कि अकाली सरकार ने जितने बड़े प्राजैक्ट शुरू किए थे, सारे के सारे बंद कर दिए गए हैं। साथ ही थर्मल प्लाटों को बंद करके हजारों कर्मचारियों को बेरोजगार कर दिया गया है।इस मौके पर अकाली नेताओं ने कहा कि एक ओर सरकार के नेता खजाना खाली होने का रोना रोते हैं और सरकारी कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पा रहे वहीं दूसरी ओर कैप्टन अमरेंद्र की रैलियों के लिए लाखों रुपए खर्च करके महंगे गायक व कलाकार बुलाए जाते हैं ताकि रैलियों में भीड़ इकट्ठी हो सके। उन्होने कहा कि अब जहां भी कांग्रेसी मुख्यमंत्री रैली में आएंगे वहीं उन्हें मांगपत्र सौंपकर उनके जनता से किए वायदे याद करवाए जाएंगे। इस अवसर पर बलदेव खैहरा, सुखमिंद्र राजपाल, गोल्डी भाटिया, राजिंद्र सिंह नागरा व प्रीतम सिंह मिट्ठू बस्ती आदि मौजूद थे।