पंजाब में नशे की बढ़ती लत को लेकर हॉकी इंडिया के कप्तान सरदारा सिंह ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि अगर मैं हॉकी प्लेयर न होता तो नशा करने वाले युवाओं में से एक होता। इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज प्रोग्राम में बोलते हुए सरदारा सिंह ने युवाओं को नशा छोड़कर खेलों की तरफ बढ़ने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि मैंने कई ऐसे खिलाड़ियों की कहानियां सुनी हैं, जिन्होंने नशा छोड़कर खेल की तरफ ध्यान लगाया है। हरियाणा पुलिस में डीएसपी के पद पर तैनात सरदारा सिंह खेलों को युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत मानते हैं। उनका कहना है कि नशे की लत छुड़वाने में खेल काफी हद तक सहयोग कर सकते हैं।
वे कहते हैं कि अगर बच्चे मैदान में जाकर खेलेंगे, ट्रेनिंग लेंगे तो उनका ध्यान किसी और चीज की तरफ नहीं जाएगा। ऐसे में कोई बुरी लत उन्हें जकड़ नहीं सकेगी। सरकार को भी चाहिए कि खेलों को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित किया जाए, ताकि युवा खुद को नशे की लत से दूर रख सकें।
वे कहते हैं कि अगर बच्चे मैदान में जाकर खेलेंगे, ट्रेनिंग लेंगे तो उनका ध्यान किसी और चीज की तरफ नहीं जाएगा। ऐसे में कोई बुरी लत उन्हें जकड़ नहीं सकेगी। सरकार को भी चाहिए कि खेलों को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित किया जाए, ताकि युवा खुद को नशे की लत से दूर रख सकें।