होशियारपुर, जनगाथा टाइम्स: (सिमरन)
भाजपा हिमाचल प्रदेश प्रभारी व पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी देश के महान क्रांतिकारी थे तथा भारत में एक निशान, एक संविधान व एक प्रधान की सोच के समर्थक थे। इस मौके खन्ना ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सही मायनों में मानवता के उपासक व सिद्घांतवादी थे। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इस विचारधारा के प्रबल समर्थक थे कि सब एक समान हैं क्यूंकि वह धर्मों के नाम पर विभाजन के सत विरोधी थे।
खन्ना ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक अखंड भारत का सपना देखते थे तथा उन्होंने अपने इस सपने को साकार करने के लिए ही अपनी कुर्बानी दी थी। जमू कश्मीर को डा. मुखर्जी भारत का अभिन्न अंग मानते थे तथा उस समय कांग्रेस सरकार ने जमू कश्मीर में धारा 370 लगाकर जमू कश्मीर में अलग निशान तथा अलग संविधान बना दिए थे तथा जमू कश्मीर में दाखिल होने के लिए आञ्जरूाा लेनी पड़ती थी। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जमू कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग कहते हुए जमू कश्मीर में प्रवेश करना चाहा तो उन्हें गिरतार कर लिया गया तथा जेल में ही यात्नाओं के कारण उनकी भेदभरे हालातों में मृत्यु हो गई।
खन्ना ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने धारा 370 का विरोध किया था क्यूंकि धारा 370 के तहत जमू कश्मीर में तिरंगा नही बल्कि अलग झंडा था, जमू कश्मीर में कानून अलग थे तथा विस्थापितो के माथे पर जमू कश्मीर में रियूजी नाम का कलंग लगा हुआ था। खन्ना ने कहा कि धारा 370 हटने के बाद जमू कश्मीर में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने के अनुरूप एक निशान, एक संविधान तथा एक प्रधान बना। विस्थापितों को आजादी से जीने का अवसर मिला तथा उनके माथे से वैस्ट पाक रियूजी नाम का कलंक समाप्त हुआ। इस मौके खन्ना ने डा. श्यामा प्रसाद मु१र्जी की पुण्यतिथि पर पौधे लगाकर उन्हें श्रदांजलि दी।