जानिए क्या दिया नया संदेश -बेटियों को बराबर का दर्जा न देने व बेटियों को बोझ समझने वालों को

    0
    174

    गढ़दीवाला (जनगाथा टाइम्स ): बेटियों को बराबर का दर्जा न देने व बेटियों को बोझ समझने वालों को एक नया संदेश देते हुए गढ़दीवाला में एक पुरानी रीत को तोड़ते हुए एक छोटी बच्ची जिसका नाम सुदीक्षा है को दुल्हे के साथ सरवाला बनाया गया। समाज में पहले काफी समय से एक रीत चल रही है जिसमें दुल्हे के साथ एक लडक़े को सरवाला बनाया जाता है इसी रीत को तोड़ते हुए स्व. मोहन लाल व राज रानी निवासी हंस नगर के परिवार ने रीत को तोड़ते हुए प्रवीन कुमार की बेटी सुदीक्षा को अपने बेटे योगेश कुमार दुल्हे के साथ सरवाला बनाया। सुदीक्षा को लडक़ो की तरह की एक सुंदर पोशक शेरवानी पहनाई हुई थी तथा लडक़ों की तरह पगड़ी भी सिर पर रखी हुई थी। इस संबंध में दुल्हे बहन व आंगनबाड़ी वर्कर प्रवीन कुमारी ने बड़े गर्व के साथ बताया कि उन्हें इस बात का गर्व है कि उन्होंने एक छोटी बच्ची को सरवाला बनाया है तथा समाज में एक नया संदेश दिया है। उन्होंने बताया कि उनका पिता स्व. मोहन लाल जी ने भी उनको हमेशा अपना बेटा ही माना है। राज रानी के परिवार द्वारा किए गए इस नई पहल की सराहना करते हुए स्त्री व बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर हरपाल कौर ने कहा कि बेटी बचाओ व बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत विभाग की ओर से इनके परिवार को जागरूक किया गया था। जिसके तहत इन्होंने यह एक नया कदम उठाया है, जो कि बहुत ही सराहनीय है। इस दौरान संत निरंकारी मिशन की ब्रांच गढ़दीवाला के मुखी महात्मा अवतार सिंह, प्रसिद्ध समाज सेवक सुदेश कुमार टोनी ने परिवार की चलाई गई नई सोच पर उनको बधाई दी तथा सराहना की।
    प्रवीन कुमारी ने हमें सम्मान देकर अहसास दिलाया कि बेटियां बेटों से कम नहीं
    इस दौरान सरवाला बनी सुदीक्षा की परिवारिक सदस्य जसप्रीत कौर ने कहा कि हमें आंगनवाड़ी वर्कर प्रवीन कुमारी पर गर्व है जिन्होंने बच्ची को सरवाला बनाकर हमें यह अहसास दिलाया कि बेटियां किसी से कम नहीं है।.

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here