जनगाथा / पटियाला/समाना / शिरोमणि अकाली दल के प्रधान और पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के जन्मदिन पर कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को झूठे व धोखेबाज मुख्यमंत्री का खिताब दिया है। वह आज पंजाब के पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा के नेतृत्व में हो रही पोल खोलो रैली में पहुंचे हजारों लोगों को संबोधित कर रहे थे। सुखबीर बादल ने कहा कि खजाना खाली नहीं है, कांग्रेस की नीयत बुरी है।
समाना में हो रही इस रैली में जुड़े हजारों लोगों के जलसे से खुश हुए सुखबीर बादल ने कहा कि लोगों ने मुख्यमंत्री अमरेन्द्र को बताया है कि वे उससे कितने ज्यादा दुखी हैं। रैली ने साबित किया है कि कांग्रेस सरकार पंजाब में अपना आधार खत्म कर चुकी है। खजाना खाली होने की रट लगा रहे कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को यह पता होना चाहिए कि शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब में 20 हजार करोड़ रुपया लगाकर सड़कों का जाल बिछाया है और 50 हजार करोड़ लगाकर थर्मल प्लांट बनाए, परन्तु मुख्यमंत्री अमरेन्द्र कुछ करने की बजाय खजाना खाली होने की दुहाई दे रहे हैं।उन्होंने कहा कि वास्तव में प्रकाश सिंह बादल का नारा था कि ‘राज नहीं सेवा’ परन्तु अमरेन्द्र ने इसे उलट कर दिया है और अमरेन्द्र ‘सेवा नहीं राज’ के नारे पर चल रहा है। पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा कि आपने पंजाब में ही रहना है, इसलिए धक्केशाही बंद कर दो नहीं तो उसकी तरफ से लगाई लाल डायरी आपके लिए काल साबित होगी। अकाली नेताओं व सरपंचों के बिल्कुल भी झूठे केस सहन नहीं करेंगे और इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मजीठिया के काफिले पर हमला
पटियाला पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया आज जब समाना में हो रही शिरोमणि अकाली दल की पोल खोल रैली में शामिल होने के लिए पहुंच रहे थे तो रैली स्थान से कुछ दूरी पर ही उनके काफिले पर हमला कर दिया गया। इस हमले दौरान उनकी गाड़ी पर समाना नजदीक पथराव किया गया जिसमें उनका बाल-बाल बचाव हो गया।
बिक्रम सिंह मजीठिया ने बताया कि जब वह रैली के लिए आ रहे थे तो रास्ते में 15-20 व्यक्तियों का टोला मौजूद था जिनमें से कुछ ने उनकी कार की तरफ रुख किया। उन्होंने बताया कि बेशक पुलिस मौके पर मौजूद थी परन्तु एक पुलिस कर्मी ने प्रदर्शनकारियों को इस तरह धक्का दिया ताकि वे उनकी गाड़ी के आगे आ जाएं। पुलिस की सहायता से लोकतंत्र में विरोधियों की आवाज दबाने के लिए यह की गई अति निचले दर्जे की हरकत है और उनको अफसोस है कि यह हरकत मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के जद्दी जिले में हुई है।